गोयल सिटी अस्पताल ने लॉन्च किया उन्नत एआई-संचालित रोबोटिक जॉइंट रिप्लेसमेंट सिस्टम ‘कोरी’
आगरा।आगरा की स्वास्थ्य सेवाओं में तकनीकी क्रांति लाते हुए गोयल सिटी हॉस्पिटल ने एक उन्नत एआई-संचालित रोबोटिक जॉइंट रिप्लेसमेंट सिस्टम ‘कोरी’ को लॉन्च किया है। यह तकनीक आगरा जिले में पहली बार किसी अस्पताल द्वारा अपनाई गई है और इसे एक मील का पत्थर माना जा रहा है।
‘कोरी’ नामक यह अत्याधुनिक रोबोटिक तकनीक घुटनों और कुल्हों के प्रत्यारोपण (नी एंड हिप रिप्लेसमेंट) को अधिक सटीक, कम दर्दनाक और तेजी से ठीक होने योग्य बनाती है। परंपरागत तरीकों की तुलना में इस तकनीक से सर्जरी के बाद मरीज़ों को अस्पताल में कम समय रुकना पड़ता है, और रिकवरी की गति तेज़ होती है।
इस रोबोटिक सिस्टम के ज़रिये अब पूर्ण और आंशिक नी रिप्लेसमेंट, साथ ही हिप रिप्लेसमेंट सर्जरी भी की जा सकती है। खास बात यह है कि आगरा और आस-पास के मरीज़ों को अब इस तरह की एडवांस सर्जरी के लिए मेट्रो शहरों का रुख नहीं करना पड़ेगा।
गोयल सिटी अस्पताल के संस्थापक और वरिष्ठ ऑर्थोपेडिक सर्जन डॉ. मुकेश गोयल ने कहा,
“हम चिकित्सा प्रगति में सबसे आगे रहने के लिए प्रतिबद्ध हैं। ‘कोरी’ की शुरुआत हमारे द्वारा उत्कृष्ट स्वास्थ्य सेवा देने की दिशा में एक बड़ा कदम है। अब घुटने और कूल्हे की सर्जरी और भी सुरक्षित, सटीक और तेज़ हो गई है।”
डॉ. मेघल गोयल, जो रोबोटिक तकनीक में विशेष प्रशिक्षित हैं, ने अब तक 38 सफल रोबोटिक सर्जरी की हैं, जिनमें कई जटिल केस भी शामिल रहे। इनमें एक 84 वर्षीय बुजुर्ग महिला की सर्जरी के अगले ही दिन चलने की क्षमता वापस आ गई, जबकि एक 40 वर्षीय गृहिणी ने भी कम समय में सामान्य जीवन शुरू कर दिया।
डॉ. मेघल गोयल ने कहा,
“मरीज़ों ने कम दर्द, तेज़ रिकवरी और सर्जरी के बाद जीवन की गुणवत्ता में तेजी से सुधार की बात कही है। यह तकनीक भविष्य की ऑर्थोपेडिक देखभाल का वर्तमान है।”
अस्पताल अब ग्रामीण एवं निम्न-आय वर्ग के लिए भी आयुष्मान भारत योजना, बीमा सहायता, फ्री ऑर्थोपेडिक कैंप और जागरूकता कार्यक्रम शुरू कर रहा है ताकि यह तकनीक अधिक से अधिक लोगों तक पहुंचे।