आगरा का राष्ट्रीय सम्मान:: डीएम अरविंद मल्लप्पा बंगारी के सुझाव ‘डिजिटल वॉल ऑफ फेम’ में शामिल

आगरा। ताजनगरी आगरा के लिए यह गर्व का क्षण है। जिले के जिलाधिकारी अरविंद मल्लप्पा बंगारी के ‘विकसित भारत @ 2047’ विषय पर दिए गए महत्वपूर्ण सुझावों को केंद्र सरकार ने राष्ट्रीय स्तर पर सराहा है। उनके सुझावों को अब “डिजिटल वॉल ऑफ फेम” में स्थान मिलेगा — जो भारत के चुनिंदा जिलों के प्रशासनिक नवाचारों को प्रदर्शित करेगी।
क्या है मामला?
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में नवंबर 2025 में नई दिल्ली में आयोजित ‘विकसित भारत @ 2047’ राष्ट्रीय सम्मेलन में देशभर से जिलाधिकारियों से सुझाव मांगे गए थे।
- आगरा के डीएम अरविंद मल्लप्पा बंगारी ने जिले के बाल विकास, पोषण, मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य से जुड़े मुद्दों पर विस्तृत विश्लेषण कर एक अभिनव फीडबैक नोट तैयार किया था।
- उनके इन सुझावों को नवाचारपूर्ण और प्रभावी माना गया। केंद्र सरकार ने इन्हें राष्ट्रीय डिजिटल वॉल ऑफ फेम में शामिल करने का निर्णय लिया है।
डीएम के इन सुझावों को मिली राष्ट्रीय सराहना
1. डिजिटल दृष्टि और e-SAI निगरानी प्रणाली:
आंगनवाड़ी केंद्रों के अनियमित संचालन, कुपोषण और विभागीय समन्वय की कमी को दूर करने के लिए डीएम ने ‘डिजिटल दृष्टि’ और ‘e-SAI’ आधारित मॉनिटरिंग सिस्टम का प्रस्ताव दिया।
2. बाल वाटिका और लर्निंग लैब मॉडल:
आगरा में सफलतापूर्वक चल रही ‘बाल वाटिका’ और ‘लर्निंग लैब’ योजनाओं को पूरे देश में लागू करने की अनुशंसा की गई। यह कम लागत वाला मॉडल बच्चों के समग्र विकास में सहायक है।
3. समग्र समाधान मॉडल:
बाल संरक्षण, स्वास्थ्य और शिक्षा के समन्वित दृष्टिकोण पर आधारित यह मॉडल प्रशासनिक दक्षता का उदाहरण पेश करता है।
आगरा को मिला राष्ट्रीय गौरव
डीएम अरविंद मल्लप्पा बंगारी की यह उपलब्धि न केवल उनके नवोन्मेषी प्रशासनिक दृष्टिकोण को दर्शाती है, बल्कि यह आगरा जिले के लिए भी एक बड़ा सम्मान है।
अब उनका योगदान केंद्र सरकार की डिजिटल वॉल ऑफ फेम पर तस्वीर और सुझावों के साथ दर्ज होगा — जिससे आगरा के प्रशासनिक नवाचार को राष्ट्रीय पहचान मिलेगी।