आगरा: बिल्डर राधेश्याम शर्मा पर एफआईआर दर्ज: 1 करोड़ की ठगी और जालसाजी का आरोप

आगरा। ताजनगरी में एक बिल्डर पर करीब एक करोड़ रुपये की धोखाधड़ी का आरोप लगा है। हरी पर्वत थाने में इस मामले में एफआईआर दर्ज की गई है।
शिकायत संतोष कुमार पाण्डेय, निवासी ओल्ड सिद्धार्थ अपार्टमेंट, बाईपास आगरा ने दी है। उन्होंने बिल्डर राधेश्याम शर्मा पर पैसे लेकर भी संपत्ति न देने और फर्जी दस्तावेज़ तैयार करने का आरोप लगाया है।
फ्लैट और प्लॉट दिलाने का वादा करके की ठगी
संतोष पाण्डेय की मुलाकात 2012-13 में राधेश्याम शर्मा से हुई थी। शर्मा खुद को नालंदा बिल्डर्स एंड डेवलपर्स इंडिया लिमिटेड का सदस्य बताते हुए फ्लैट और प्लॉट दिलाने का दावा करता था।
पाण्डेय ने उस पर भरोसा कर लगभग ₹1 करोड़ रुपये नकद और बैंक ट्रांसफर से दिए। लेकिन कई साल बीत जाने के बाद भी न तो फ्लैट मिला और न ही पैसे वापस।
जब शिकायतकर्ता ने पैसा लौटाने को कहा तो बिल्डर टालमटोल करने लगा।
समझौता और फर्जी दस्तावेज़
शिकायत के अनुसार, 28 मार्च 2023 को राधेश्याम शर्मा ने ₹100 के स्टाम्प पेपर पर एक लिखित समझौता किया था। उसमें उसने 75 लाख रुपये लौटाने का वादा किया था — पहले हफ्ते में 5 लाख और दो महीने में 40 लाख चुकाने की बात कही गई थी।
लेकिन इसके बाद शर्मा ने एक और जाली स्टाम्प पेपर तैयार किया, जिसमें पाण्डेय के फर्जी हस्ताक्षर दिखाए गए। उस दस्तावेज़ में यह झूठ लिखा गया था कि बिल्डर ने पाण्डेय को कई बार में रकम वापस कर दी है।
पाण्डेय का कहना है कि यह दस्तावेज़ पूरी तरह फर्जी और झूठा है, और उन्होंने इसकी फोरेंसिक जांच की मांग की है।
पीड़ित की तहरीर पर गंभीर धारा में मुकदमा दर्ज कर पुलिस ने जांच शुरू कर दी है