आगरा एसटीएफ और औषधि विभाग की दवा बाजार में छापेमारी और गिरफ्तारी के बाद हड़कंप मच गया। 15 से अधिक कारोबारी अचानक बाजार से गायब हो गए। इनके प्रतिष्ठानों और गोदामों पर ताले लटक गए हैं। औषधि विभाग इन सभी की गतिविधियों पर नजर रखे हुए है।
थोक और रिटेलर दोनों शामिल
गायब हुए कारोबारियों में थोक विक्रेताओं से लेकर फुटकर दुकानदार तक शामिल हैं। सबसे ज्यादा दुकानें मुबारक महल और गोगिया मार्केट से बंद हुई हैं। फव्वारा बाजार और मोतीकटरा स्थित कुछ गोदाम भी लंबे समय से बंद हैं। जानकारी के अनुसार, मुबारक महल में हे मां मेडिको और गोगिया मार्केट में बंसल मेडिकल एजेंसी संचालित थी।
छापेमारी के बाद बढ़ी तालेबंदी
जैसे ही नकली दवाइयों के कारोबार पर छानबीन शुरू हुई, कई दुकानदारों ने अपनी दुकानें बंद कर दीं। गिरफ्तारी के बाद यह संख्या और बढ़ गई। सूत्रों का कहना है कि अब तक 15 से अधिक कारोबारी बाजार से लापता हो चुके हैं।
दो तरह के शक
औषधि विभाग की नजर में इन गायब कारोबारियों पर दो तरह के संदेह हैं। पहला यह कि ये फर्में नकली दवाओं के कारोबार में सीधे तौर पर शामिल हो सकती हैं। दूसरा यह कि इनमें से कई फर्में डमी हो सकती हैं, जिनके नाम पर बाहरी राज्यों या शहरों में बिक्री कर बिल काटे जाते रहे हों।
विभाग की कार्रवाई
औषधि विभाग ने इस मामले को गंभीरता से लिया है। सबसे पहले इन कारोबारियों के लाइसेंस की जांच की जाएगी। विभाग संबंधित फर्मों से जुड़े फोन नंबरों पर संपर्क कर उन्हें बुलाने की कोशिश करेगा। अगर फिर भी कोई सुराग नहीं मिलता, तो कानून के मुताबिक सख्त कार्यवाही की जाएगी।