हे मां मेडिको से 46650 स्ट्रिप नकली टेबलेट्स जब्त, मुकदमा दर्ज

एक करोड़ की रिश्वत की पेशकश पर फर्म मालिक हिमांशु अग्रवाल गिरफ्तार कर पहले ही भेजा जा चुका है जेल
आगरा। औषधि विभाग और STF की संयुक्त कार्रवाई में आगरा के मोती कटरा स्थित हेमा मेडिको से करोड़ों रुपये की नकली दवाएँ बरामद हुईं। टीम ने मौके से 15 बोरे सफेद प्लास्टिक में भरी दवाइयाँ, एक लैपटॉप और एक मोबाइल फोन जब्त किए। फर्म मालिक हिमांशु अग्रवाल को रंगे हाथ पकड़ा गया था जिसने अधिकारियों की रिश्वत देने के प्रयास में पहले ही जेल भेजा जा चुका है । ड्रग इंस्पेक्टर नवनीत कुमार की तहरीर पर धोखाधड़ी और संगठित अपराध की धाराओं में थाना एम एम गेट में हिमांशु अग्रवाल सहित चार पर मुकदमा दर्ज किया गया है । इस से पूर्व हिमांशु अग्रवाल पर भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम और टेम्पो से बरामद एक करोड़ के लगभग कीमत की नकली दवाओं के मामले में थाना कोतवाली में दो अलग अलग मामले दर्ज किए गए थे ।
छापेमारी और गिरफ्तारी
गोपनीय सूचना पर की गई इस कार्रवाई में आगरा, मैनपुरी, एटा, मेरठ और कानपुर नगर के औषधि निरीक्षक शामिल रहे। टीम ने 22 अगस्त की रात 8:30 बजे छापा मारा। पहले से ही कस्टम और GST विभाग यहाँ सर्वे कर रहे थे। अगले दिन औषधि निरीक्षकों ने फर्म मालिक की मौजूदगी में जाँच शुरू की और 14 दवाओं के नमूने लिए।
इसी दौरान फर्म मालिक हिमांशु अग्रवाल ने टीम को कार्रवाई से बचाने के लिए एक करोड़ रुपये रिश्वत देने की कोशिश की, जिस पर उसे गिरफ्तार कर मेरठ न्यायालय से जेल भेज दिया गया। बाद में मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में गोदाम का ताला तोड़ा गया, जहाँ से 15 बोरे नकली दवाएँ बरामद हुईं।

कंपनियों की पुष्टि
सनफार्मा और सैनोफी कंपनियों के प्रतिनिधियों ने स्पष्ट किया कि Rosuvas-20, Rosuvas-40 और Allegra-120 जैसी दवाएँ नकली हैं।
बरामद दवाएँ और कीमत
- Rosuvas-20 (Sun Pharma)
- Rosuvas-40 (Sun Pharma)
- Allegra-120 (Sanofi)
कुल बरामद दवाएँ: 46,650 पत्ते (strips)
बाजार कीमत: ₹2.13 करोड़
संगठित गिरोह का नेटवर्क
जाँच में सामने आया कि हिमांशु अग्रवाल का नेटवर्क कई राज्यों तक फैला है। इसमें—
- राजा उर्फ ए.के. राणा (मीनाक्षी फार्मा, पुडुचेरी)
- विक्की कुमार (यू बाबा फार्मा, लखनऊ)
- सुभाष कुमार (पार्वती ट्रेडर्स, लखनऊ)
ये लोग पुडुचेरी और चेन्नई की फर्जी यूनिट से दवाएँ बनवाकर देशभर में सप्लाई कर रहे थे। गोदाम को सील कर पुलिस को चाबी सौंप दी गई। कंपनियों ने लिखित पुष्टि की है कि दवाएँ नकली हैं। पुलिस और औषधि विभाग अब इस अंतरराज्यीय गैंग की बाकी कड़ियों को तलाश रहे हैं।
हाइलाइट्स
- STF और औषधि विभाग की संयुक्त कार्रवाई
- हेमा मेडिको से 15 बोरे नकली दवाएँ बरामद
- हिमांशु अग्रवाल ने दी 1 करोड़ की रिश्वत की पेशकश
- रिश्वत देने के आरोप में पहले ही भेजा जा चुका है जेल
- बरामद माल की कीमत ₹2.13 करोड़
- सनफार्मा और सैनोफी ने पुष्टि की – दवाएँ नकली हैं
- पुडुचेरी और चेन्नई की यूनिट से बन रहा था माल
- पुलिस अब नेटवर्क की कड़ियों की तलाश में जुटी