गन्दा है पर धंधा है ये –एम्पोरियम संचालको और गाइडो की मिलीभगत से पर्यटक हो रहे शोषण के शिकार
ताजमहल की पार्किंग से टिकट खिड़की तक फैला नेटवर्क, संगठित ठगी का खुलासा
आगरा।ताजमहल देखने आने वाले पर्यटकों के साथ हो रही संगठित ठगी का एक नया पहलू सामने आया है। छोटे-बड़े एम्पोरियमों में अब गाइडों का सीधा दखल बढ़ता जा रहा है। कई मामलों में तो गाइड खुद इन दुकानों के ‘साझेदार’ तक बन चुके हैं। इसका नतीजा यह है कि पर्यटक एक सोची-समझी साजिश का शिकार बन रहे हैं।
गाइड बने एम्पोरियम के पार्टनर
सूत्रों के अनुसार, शहर के नामचीन एम्पोरियमों में कुछ गाइडों की हिस्सेदारी है। ये गाइड पर्यटकों को भ्रमित कर उन्हें महंगे और कमीशन युक्त दुकानों पर ले जाते हैं, जहां उनसे अत्यधिक दरों पर सामान बिकवाया जाता है। इस सौदे में गाइडों को मोटा कमीशन मिलता है।
पर्यटक बना मुनाफे का जरिया
ताजमहल की पार्किंग से ही पर्यटकों की ‘बिक्री’ शुरू हो जाती है। टिकट विंडो तक पहुंचने से पहले ही गाइड और ऑटो/कैब चालक मिलकर उन्हें ‘अपनी सुविधा’ के नाम पर निशाना बना लेते हैं। उन्हें यह विश्वास दिलाया जाता है कि वही अधिकृत या सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त सेवाएं दे रहे हैं, जबकि हकीकत इसके बिल्कुल उलट होती है।
प्रशासन मौन, पर्यटन उद्योग बदनाम
इस संगठित ठगी में शामिल एम्पोरियम संचालक, गाइड, ड्राइवर और अन्य सहयोगियों का एक पूरा नेटवर्क काम कर रहा है। अफसोस की बात यह है कि पर्यटन विभाग और स्थानीय प्रशासन की आँखों के सामने यह सब होते हुए भी कोई ठोस कार्रवाई नहीं होती।
स्थानीय व्यापारी और संगठनों ने जताई चिंता
स्थानीय हस्तशिल्प व्यापारियों और होटल संगठनों ने इस पर चिंता जताते हुए कहा है कि इससे पूरे शहर की छवि धूमिल हो रही है। विदेशी पर्यटक ऐसे अनुभवों के चलते अगली बार आगरा आने से कतराते हैं, जिससे पर्यटन और आर्थिक विकास दोनों पर असर पड़ता है।
मांग उठी सख्त कार्रवाई की
अब मांग उठ रही है कि प्रशासन ऐसे गाइडों और एम्पोरियमों की पहचान कर उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई करे। पर्यटन को साफ-सुथरा और पारदर्शी बनाए रखने के लिए यह आवश्यक है कि संगठित ठगी के इस खेल को तुरंत रोका जाए।