कमिश्नर दीपक कुमार की निगरानी में 6 राज्यों में फैला धर्मांतरण गिरोह ध्वस्त, पांच गिरफ्तार
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आगरा पुलिस ने बड़े अभियान में एक अंतरराज्यीय धर्मांतरण रैकेट का पर्दाफाश किया है, जो कथित तौर पर “द केरला स्टोरी” जैसी तर्ज़ पर काम कर रहा था। विभिन्न राज्यों से पांच आरोपियों को पकड़ा गया है, जबकि गैंग के बड़े नेटवर्क की तलाश में कई टीमें लगी हुई हैं।
पुलिस कमिश्नर दीपक कुमार ने लखनऊ में बताया कि मार्च में आगरा सदर बाज़ार थाने में 33 वर्षीय अमीना और 18 वर्षीय जोया की गुमशुदगी दर्ज की गई थी। मामले की गंभीरता को देखते हुए भारतीय न्याय संहिता की धारा 87, 111(3), 111(4) और उत्तर प्रदेश विधि विरुद्ध धर्म परिवर्तन प्रतिषेध अधिनियम 2021 की धारा 3/5 के तहत केस दर्ज कर साइबर थाने को ट्रांसफर किया गया।
डीजीपी और एडीजी लॉ एंड ऑर्डर को तत्काल जानकारी दी गई। जांच के दौरान यह खुलासा हुआ कि देश के कम से कम छह राज्यों में फैले एक नेटवर्क के माध्यम से धार्मिक कट्टरपंथ (रेडिकलाइजेशन) को बढ़ावा दिया जा रहा था और इसमें कथित तौर पर “लव जिहाद” से जुड़े तत्व सक्रिय थे।
कमिश्नर दीपक कुमार ने बताया कि इस नेटवर्क को विदेशों से — विशेष रूप से कनाडा और अमेरिका से — फंडिंग मिल रही थी। डीजीपी के निर्देश पर इस मामले की निगरानी कमिश्नर स्वयं कर रहे हैं। एक अतिरिक्त डीसीपी रैंक के आईपीएस अधिकारी आदित्य इस केस को प्रतिदिन डायरेक्ट मॉनिटर कर रहे हैं।
पुलिस का कहना है कि जांच जारी है और इस पूरे रैकेट से जुड़े सभी लोगों की पहचान कर कार्रवाई की जाएगी।