पुलिस ने नहीं सुनी फरियाद, महिला आयोग की पहल पर दर्ज हुआ मुकदमा
शादी का झांसा, यौन शोषण और दहेज की प्रताड़ना
आगरा, संवाददाता। थाना सिकंदरा क्षेत्र के एक युवती ने दिव्यांशु नामक युवक पर शादी का झांसा देकर प्रेमजाल में फंसाने , फिर महीनों तक शारीरिक शोषण और गर्भवती होने पर जबरन गर्भपात कराने का आरोप लगाया है। थाने में गुहार लगाने के बावजूद सुनवाई न होने पर पीड़िता ने राज्य महिला आयोग से शिकायत की। आयोग के हस्तक्षेप पर मामला दर्ज हुआ। पीड़िता का आरोप है कि 23 जुलाई 2024 को आर्य समाज मंदिर में दिखावटी शादी कर बलात्कार के केस से बचने का षड्यंत्र रचा गया।
दरअसल ककरैठा, सिकंदरा निवासी दिव्यांशू वर्मा पर एक युवती ने प्रेमजाल में फंसाकर शादी का झांसा देने, महीनों तक शारीरिक शोषण करने और गर्भवती होने पर जबरन गर्भपात कराने का आरोप लगाया है। पीड़िता का आरोप है कि उस ने थाने मे गुहार लगायी लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुयी उसके बाद राज्य महिला आयोग में दी गई शिकायत के बाद मुकदमा दर्ज किया गया. पीड़िता ने बताया कि आरोपी ने 23 जुलाई 2024 को गाजियाबाद के आर्य समाज मंदिर में दिखावटी शादी कर बलात्कार के मामले से बचने का षड्यंत्र रचा।पीड़िता का आरोप है कि शादी के बाद दिव्यांशू वर्मा, उसके माता-पिता और भाई लगातार 20 लाख रुपये दहेज की मांग करने लगे। विरोध करने पर उसे गालियां दी जातीं और बेरहमी से मारपीट की जाती। करीब 20 दिन तक आरोपी ने उसे होटल में रखा और फिर अपनी बुआ के घर खेरिया मोड़, आगरा लाकर प्रताड़ना जारी रखी।
ससुरालवालों ने पीटा और घर से निकाला
पीड़िता के मुताबिक, 22 अप्रैल 2025 को दिव्यांशू व उसके परिजनों ने एकजुट होकर दहेज की मांग को लेकर उसे बुरी तरह पीटा और घर से निकाल दिया। युवती ने 112 नंबर पर कॉल कर पुलिस को सूचना दी और थाना सिकंदरा भी पहुंची, लेकिन उसकी चोटों का मेडिकल परीक्षण नहीं कराया गया और जबरन समझौता कराकर भगा दिया गया।
पुलिस पर लापरवाही का आरोप
युवती ने आरोप लगाया कि दहेज उत्पीड़न और जान से मारने की धमकी के बावजूद स्थानीय पुलिस ने न तो रिपोर्ट दर्ज की और न ही उसे सुरक्षा प्रदान की। पीड़िता का कहना है कि आरोपी पक्ष से उसे लगातार धमकियां मिल रही हैं।थाने में बार-बार गुहार लगाने के बावजूद जब पुलिस ने पीड़िता की फरियाद को अनसुना कर दिया, तब उसने राज्य महिला आयोग का दरवाजा खटखटाया। आयोग ने मामले की गंभीरता को देखते हुए तुरंत संज्ञान लिया और थाना सिकंदरा को मुकदमा दर्ज करने के निर्देश दिए। इसके बाद पीड़िता की तहरीर पर आरोपियों के खिलाफ गंभीर धाराओं में मामला दर्ज कर जांच शुरू की गई।