वायरल ऑडियो से ताजमहल के साये में संगठित भ्रष्टाचार की परतें उजागर, तीन लाख दो… पहले की तरह पार्किंग से शुरू हो जाएगा काम, सुने ऑडियो
आगरा।ताजमहल पूर्वी गेट पर मंगलवार को इंटरनेट मीडिया पर वायरल हुई कुछ सनसनीखेज ऑडियो रिकॉर्डिंग्स ने पर्यटक गाइडों, एंपोरियम संचालकों और सुरक्षा महकमे की मिलीभगत की चौंकाने वाली तस्वीर उजागर कर दी। इन वायरल रिकॉर्डिंग्स ने पर्यटकों को ठगी से बचाने संबंधी सभी अभियानों की कलई खोल कर रख दी ।
दरअसल एक जून को ताज सुरक्षा के एसीपी सैयद अरीब अहमद को बालाजी कॉटेज इंडस्ट्रीज के संचालक आयुष गुप्ता द्वारा गाइडों पर धमकाने और पांच लाख रुपये की अवैध मांग का आरोप लगाते हुए शिकायत दी गई थी। इस शिकायत के समर्थन में आयुष ने मार्बल हैंडीक्राफ्ट आउटलेट फैक्ट्री के संचालक सचिन बंसल के साथ अपनी बातचीत की बेहद चौंकाने वाली रिकॉर्डिंग भी सौंप दी।
मंगलवार सुबह, इंटरनेट पर चार विस्फोटक रिकॉर्डिंग्स धड़ाधड़ प्रसारित हुईं। एक रिकॉर्डिंग में साफ-साफ सुनाई दे रहा है कि एंपोरियम संचालक सचिन बंसल तीन लाख रुपये देकर “पहले की तरह” पार्किंग से काम फिर से शुरू कराने की बात कर रहा है। इस बयान से यह स्पष्ट संकेत मिलते हैं कि पर्यटकों को आकर्षित कर ठगने का काम बेहद सुनियोजित और संगठित तरीके से हो रहा है मानो किसी पेशेवर गिरोह की तरह।
इन ऑडियो क्लिप्स ने इस पूरे नेटवर्क की परतें उधेड़ दीं, जिसमें गाइड, एंपोरियम संचालक, टूर ऑपरेटर और दुर्भाग्यपूर्ण रूप से कुछ पुलिस कर्मी तक शामिल बताए जा रहे हैं। गाइडों को पर्यटकों को एंपोरियम तक लाने के लिए भरपूर कमीशन दिया जाता है, जबकि उनके लाइसेंस पर स्पष्ट लिखा होता है कि वे किसी भी तरह का कमीशन स्वीकार नहीं कर सकते।
सुने ऑडियो
https://youtu.be/NqYidZabUN4?si=SEHUITiQwd3yoNlK
इस अप्रत्याशित घटनाक्रम के बीच, शिल्पग्राम पार्किंग में एकत्रित हुए गाइडों ने पूरी जिम्मेदारी एंपोरियम संचालकों पर डालते हुए स्वयं को बेगुनाह बताया। उन्होंने एक जुट स्वर में कहा कि उन्हें जानबूझकर बदनाम किया जा रहा है। उन्होंने यह भी दावा किया कि वायरल ऑडियो में समिति के जिन पदाधिकारियों के नाम लिए गए हैं, उनमें से एक पर पहले ही शांतिभंग की कार्रवाई हो चुकी है।

एसीपी ताज सुरक्षा सैयद अरीब अहमद ने बताया कि जांच पूरी गहराई से की जा रही है। यदि कोई भी दोषी पाया गया, तो उसके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी। कोई भी बख्शा नहीं जाएगा।
https://youtube.com/watch?v=2p1tbmiTTFg&si=OClRxq-M1t1SsT5m
यह मामला अब बेहद संवेदनशील और जटिल हो गया है। यह न केवल पर्यटकों की सुरक्षा और विश्वास से जुड़ा है, बल्कि आगरा की प्रतिष्ठा और पर्यटन उद्योग की साख पर भी गंभीर सवाल खड़े करता है।क्या ये रिकॉर्डिंग्स सिर्फ एक परत हैं या किसी बहुत बड़े षड्यंत्र का सिरा? जांच के आगे बढ़ते ही सच्चाई के और भी चौंकाने वाले घटनाक्रम सामने आ सकते हैं।