ताजमहल के पास फायरिंग मामले में सात घंटे में खुलासा: मानसिक रोगी निकला आरोपी, लखनऊ से हिरासत में लिया गया
आगरा। विश्वविख्यात ताजमहल के पश्चिमी गेट के पास सोमवार सुबह हुए फायरिंग कांड का पुलिस ने सात घंटे के भीतर खुलासा कर दिया है। फायरिंग करने वाला युवक आजमगढ़ निवासी पंकज कुमार सिंह निकला, जिसे लखनऊ पुलिस ने हिरासत में लिया। जांच में सामने आया है कि पंकज पिछले 20 वर्षों से मानसिक रोगी है और उसका इलाज लखनऊ के नूर मंजिल साइकाइट्रिक सेंटर में चल रहा है।
सोमवार सुबह मथुरा नंबर की एक कार ताजमहल के पश्चिमी गेट पर बने बैरिकेडिंग पॉइंट पर पहुंची। यहां पुलिस ने कार को यलो जोन में प्रवेश से रोका और पार्किंग में गाड़ी खड़ी करने को कहा। इस पर कार सवार युवक ने बहस शुरू कर दी। काफी देर की बहस के बाद जब कार पीछे मोड़ी गई, तभी उसमें बैठे एक व्यक्ति ने तीन राउंड हवाई फायरिंग कर दी और कार लेकर फरार हो गए।
सीसीटीवी से कार की पहचान
घटना के बाद पुलिस ने तुरंत जांच शुरू की। अपर पुलिस उपायुक्त (कानून व्यवस्था) आदित्य कुमार के नेतृत्व में टीम गठित की गई। सीसीटीवी फुटेज के आधार पर कार की पहचान कर उसे आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे पर ट्रेस किया गया। सूचना मिलते ही कन्नौज, उन्नाव और लखनऊ पुलिस को अलर्ट किया गया।
मानक नगर, लखनऊ से हिरासत में लिया गया
लखनऊ के थाना मानकनगर पुलिस ने चेकिंग के दौरान कार को रोका और आरोपी पंकज कुमार सिंह को हिरासत में लिया। पूछताछ में उसने फायरिंग की बात कबूल की। वहीं, उसके परिजनों को सूचना देने पर उन्होंने बताया कि पंकज मानसिक रूप से अस्वस्थ है और उसका इलाज लखनऊ में वर्षों से चल रहा है।
पर्यटक बनकर आया था ताज दीदार को
पंकज कुमार सिंह एक पर्यटक के रूप में ताजमहल देखने आया था और सेल्फी लेने की जिद पर था। उसने वृंदावन से कार बुक की थी। कार चालक के अनुसार, घटना के बाद पंकज को आगरा के एत्माद्दौला क्षेत्र में छोड़ दिया गया था।
मानसिक स्वास्थ्य प्रमाणपत्र जारी

पुलिस द्वारा आरोपी का मानसिक स्वास्थ्य प्रमाणपत्र भी जारी किया गया है, जिसमें पुष्टि हुई है कि वह लंबे समय से मनोरोग से पीड़ित है।
डीजीपी ने लिया संज्ञान, कमिश्नर ने दिए थे निर्देश
घटना की गूंज लखनऊ तक पहुंची, जहां उत्तर प्रदेश पुलिस महानिदेशक (DGP) ने मामले का संज्ञान लेते हुए तत्काल खुलासा करने के निर्देश दिए थे। आगरा पुलिस कमिश्नर दीपक कुमार के दिशा-निर्देशों पर कार्य करते हुए पुलिस ने त्वरित कार्रवाई की और सात घंटे में आरोपी को पकड़ लिया।