रियल एस्टेट फ्रॉड-फ्लैट देने के नाम पर व्यापारी से लाखों की ठगी
आगरा। हरिपर्वत थाना क्षेत्र में रियल एस्टेट फ्रॉड का मामला सामने आया है। हलवाई बगीची निवासी शकील अहमद ने दो अलग-अलग प्रकरणों में बिल्डरों पर करोड़ों की परियोजनाओं के नाम पर लाखों रुपये हड़पने का आरोप लगाया है। पीड़ित का कहना है कि रकम लेने के बाद न तो उन्हें फ्लैट दिया गया और न ही पैसे वापस किए गए।
एसोटेक रियल एस्टेट के खिलाफ मामला
शिकायतकर्ता शकील अहमद ने बताया कि वर्ष 2015 में मौ. आज़ाद चौधरी और संदीप श्रीवास्तव, जो एसोटेक रियल एस्टेट प्रा. लि. के प्रबंध निदेशक बताए जाते हैं, उनसे संपर्क में आए। दोनों ने उन्हें विश्वास दिलाया कि उनकी कंपनी आवासीय प्रोजेक्ट विकसित कर रही है और इसमें फ्लैट खरीदना भविष्य के लिए लाभकारी सौदा साबित होगा।
शिकायत के अनुसार, इसी भरोसे में शकील अहमद ने करीब ढाई लाख रुपये से अधिक की राशि चेक के माध्यम से कंपनी के खाते में जमा कराई। वादा किया गया कि उन्हें तय समय पर फ्लैट उपलब्ध कराया जाएगा। लेकिन कई वर्ष गुजर जाने के बाद भी न तो फ्लैट मिला और न ही उनकी रकम लौटाई गई। जब उन्होंने बार-बार जानकारी लेनी चाही तो आरोपियों ने उन्हें टालमटोल किया और बाद में धमकी भी दी।
राइस प्रोजेक्ट्स से जुड़ी शिकायत
दूसरे प्रकरण में शकील अहमद का कहना है कि वर्ष 2015 में ही मौ. आज़ाद चौधरी के साथ विभव जैन और स्वाति जैन ने उनसे संपर्क किया। ये लोग राइस प्रोजेक्ट्स प्रा. लि. नामक कंपनी से जुड़े हुए थे और गाजियाबाद में बहुमंजिला आवासीय योजना में फ्लैट उपलब्ध कराने का आश्वासन दिया।
पीड़ित का आरोप है कि उनसे करीब ग्यारह लाख रुपये से अधिक की राशि विभिन्न किश्तों में ली गई। फ्लैट नंबर और एग्रीमेंट भी दिखाए गए, लेकिन वर्षों तक इंतजार के बावजूद न तो फ्लैट की रजिस्ट्री कराई गई और न ही रकम लौटाई गई। बार-बार पूछने पर कंपनी प्रतिनिधियों ने उन्हें गुमराह किया और आखिरकार कहा कि अब उनके पास कुछ भी नहीं है।
पुलिस में रिपोर्ट दर्ज
दोनों मामलों में तहरीर मिलने के बाद हरिपर्वत थाना पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।