बैंक खाते से 41 लाख की संदिग्ध लेन-देन — पीड़ित व्यवसाई ने कराया मुकदमा दर्ज
आगरा के शास्त्रीपुरम निवासी और फोटोग्राफी व्यवसायी रवि मोहन कंडपाल ने अपने बैंक खाते से बड़ी रकम के संदिग्ध लेन-देन का आरोप लगाते हुए संबंधित थाने और बैंक में शिकायत दर्ज कराई है।
ईमेल अलर्ट पर हुआ शक, खाता कराया था ब्लॉक
रवि मोहन ने मार्च 2025 में IDFC First Bank, संजय प्लेस, आगरा में व्यावसायिक खाते की शुरुआत की थी। 13 मार्च को उनके ईमेल पर खाते में छेड़छाड़ की सूचना आने पर उन्होंने फ़ौरन बैंक कस्टमर केयर से संपर्क कर अपना खाता ब्लॉक करवा दिया और मोबाइल/सिम से जुड़ी समस्या के लिए मोबाइल प्रदाता में शिकायत दर्ज करवाई।
अप्रैल में दर्ज हुआ बड़ा ट्रांजेक्शन
शिकायतकर्ता के अनुसार 15 मार्च को नया सिम जारी कराने और खाते को पुनः सक्रिय करने के बाद 2 और 3 अप्रैल 2025 को उनके बैंक खाते से लगभग ₹41,00,000 के संदिग्ध ट्रांजेक्शन दर्ज हुए। रवि का कहना है कि इन लेन-देन का उन्हें कोई पता नहीं चला और न ही खाते से जुड़ी कोई पुष्ट सूचना (SMS/मैसेज) उन्हें प्राप्त हुई।
कहना है: शिकायतकर्ता का कहना है कि खाते को हैक कर फर्जी तरीके से धनराशि निकाली गई और वह इन ट्रांजेक्शनों का हिस्सा नहीं है।
साइबर सेल व बैंक को पहले भी दी शिकायत
रवि मोहन ने बताया कि उन्होंने बैंक, साइबर सेल और थाना सिकंद्रा में लिखित में शिकायत की थी, परन्तु अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई। इस कारण उन्होंने आगे की कानूनी कार्रवाई व पुलिस से जाँच की मांग की है।
शिकायतकर्ता की माँग
शिकायतकर्ता ने अधिकारियों से अनुरोध किया है कि संदिग्ध ट्रांजेक्शन की जाँच कर त्वरित रूप से आरोपी/आरोपियों की पहचान की जाए और आवश्यक कानूनी कार्रवाई की जाए तथा उसकी बैंकिंग लेन-देन को सही कर उसका नुकसान वापस दिलवाया जाए।
बैंक खाते से 41 लाख की संदिग्ध लेन-देन — पीड़ित व्यवसाई ने कराया मुकदमा दर्ज
आगरा के शास्त्रीपुरम निवासी और फोटोग्राफी व्यवसायी रवि मोहन कंडपाल ने अपने बैंक खाते से बड़ी रकम के संदिग्ध लेन-देन का आरोप लगाते हुए संबंधित थाने और बैंक में शिकायत दर्ज कराई है।
ईमेल अलर्ट पर हुआ शक, खाता कराया था ब्लॉक
रवि मोहन ने मार्च 2025 में IDFC First Bank, संजय प्लेस, आगरा में व्यावसायिक खाते की शुरुआत की थी। 13 मार्च को उनके ईमेल पर खाते में छेड़छाड़ की सूचना आने पर उन्होंने फ़ौरन बैंक कस्टमर केयर से संपर्क कर अपना खाता ब्लॉक करवा दिया और मोबाइल/सिम से जुड़ी समस्या के लिए मोबाइल प्रदाता में शिकायत दर्ज करवाई।
अप्रैल में दर्ज हुआ बड़ा ट्रांजेक्शन
शिकायतकर्ता के अनुसार 15 मार्च को नया सिम जारी कराने और खाते को पुनः सक्रिय करने के बाद 2 और 3 अप्रैल 2025 को उनके बैंक खाते से लगभग ₹41,00,000 के संदिग्ध ट्रांजेक्शन दर्ज हुए। रवि का कहना है कि इन लेन-देन का उन्हें कोई पता नहीं चला और न ही खाते से जुड़ी कोई पुष्ट सूचना (SMS/मैसेज) उन्हें प्राप्त हुई।
साइबर सेल व बैंक को पहले भी दी शिकायत
रवि मोहन ने बताया कि उन्होंने बैंक, साइबर सेल और थाना सिकंद्रा में लिखित में शिकायत की थी, परन्तु अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई। इस कारण उन्होंने आगे की कानूनी कार्रवाई व पुलिस से जाँच की मांग की है।
शिकायतकर्ता की माँग
शिकायतकर्ता ने अधिकारियों से अनुरोध किया है कि संदिग्ध ट्रांजेक्शन की जाँच कर त्वरित रूप से आरोपी/आरोपियों की पहचान की जाए और आवश्यक कानूनी कार्रवाई की जाए तथा उसकी बैंकिंग लेन-देन को सही कर उसका नुकसान वापस दिलवाया जाए।