नकली दवाओं का सबसे बड़ा सौदागर बंसल मेडिकल एजेंसी उजागर, गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज
संजय बंसल, मुकेश बंसल और सोहित बंसल गिरफ्तार

आगरा। नकली दवाओं के खिलाफ चल रहे अभियान में एसटीएफ और औषधि विभाग ने बड़ी सफलता हासिल की है। कई दिन से चल रही गुप्त कार्रवाई के बाद रविवार देर रात फव्वारा, गोगीया मार्केट स्थित मेसर्स बंसल मेडिकल एजेंसी और उससे जुड़ी MSV मेडिपॉइंट व ताज मेडिको पर छापा मारा गया। औषधि निरीक्षक कपिल शर्मा की तहरीर पर इन फर्मों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई।

ड्रग विभाग की इस कार्रवाई में आगरा से लेकर लखनऊ और पांडिचेरी तक फैले नकली दवा सिंडिकेट का पर्दाफाश हुआ है। इस गिरोह में बंसल मेडिकल एजेंसी सबसे बड़ी कड़ी के रूप में सामने आई है। पुलिस ने मौके से संजय बंसल, मुकेश बंसल और सोहित बंसल को गिरफ्तार कर लिया, जबकि लखनऊ और पांडिचेरी से जुड़े अन्य आरोपी अभी फरार बताए जा रहे हैं।

नकली दवाओं के जिस खेल का पर्दाफाश हुआ है, उसने न केवल ताज नगरी बल्कि पूरे देश के हेल्थ सिस्टम की नींव हिला दी है। हे मा मेडिको के बाद अब बंसल मेडिकल स्टोर निकला सबसे बड़ी मछली। साथ ही MSV Medipoint Pvt. Ltd. और ताज मेडिको पर भी एफआईआर दर्ज की गई है।
Pondicherry से जुड़ा कनेक्शन
जांच में सामने आया कि Pondicherry की Sri Aman Pharma और Meenakshi Pharma फर्जी इनवॉइस और ई-वे बिल के जरिये आगरा तक जहरीली दवाओं की सप्लाई कर रही थीं। इन कंपनियों के साथ एजेंट स्तर पर जुड़ा हुआ था आगरा का गिरोह, जिसमें यूनुस, वारिस और फरहान जैसे नाम उभरकर आए।

नामनेर का बंसल नेटवर्क
संजय बंसल, मुकेश बंसल और सोहित बंसल, निवासी नामनेर (आगरा), इस पूरे सिंडिकेट के प्रमुख संचालक थे। बंसल मेडिकल एजेंसी और उससे जुड़ी कंपनियां ही नकली दवाओं की बड़ी डिस्ट्रीब्यूटर बन चुकी थीं।
संगठित गिरोह का नेटवर्क
- ए. राजा (पांडिचेरी)
- अमान फार्मा (विजयनगर, बैंगलोर)
- विवेक (मालिक – मेसर्स मीनाक्षी फार्मा, पांडिचेरी)
- ए.के. राणा (पांडिचेरी)
- वारिस पुत्र खलील (सुल्तानपुरा, आगरा)
- यूसुफ पुत्र खलील (सुल्तानपुरा, आगरा)
- फरहान पुत्र नानामूल (आगरा)
- विक्की कुमार पुत्र लद्दूराम (आशियाना, लखनऊ)
- सुभाष कुमार पुत्र लद्दूराम (एलडीए कॉलोनी, लखनऊ)
- संजय बंसल पुत्र जे.पी. बंसल (आगरा)
- मुकेश बंसल पुत्र जगदीश प्रसाद (आगरा)
- सोहित बंसल (आगरा)

रिकॉर्ड में भारी हेरफेर
- Janumet 500mg: मौके पर 2128 स्ट्रिप, जबकि रिकॉर्ड में 2250 दर्ज।
- Amaryl 1mg: मौके पर 6970 स्ट्रिप, रिकॉर्ड में 15,510 दर्ज।
Allegra बैच का सबसे बड़ा खुलासा
सबसे चौंकाने वाला खुलासा Allegra 120mg (Batch No. 5NG001) को लेकर हुआ। कंपनी Sanofi ने पुष्टि की कि यह बैच पूरी तरह नकली है और उत्तर प्रदेश में कभी अधिकृत रूप से सप्लाई ही नहीं किया गया था। इसके बावजूद एजेंसी ने इस बैच के 80,133 पत्तों का कारोबार किया।
जब्त सामग्री
- 08 नमूने
- 05 कार्टन
- DVR
- कंप्यूटर
- लैपटॉप
धाराएं
आरोपियों पर भारतीय न्याय संहिता 2023 की धाराएं 318(2), 318(4), 61(2), 111, 341(1) और आईटी एक्ट की धारा 66, 67 के तहत केस दर्ज किया गया है।
यह अब तक की आगरा की सबसे बड़ी नकली दवा सिंडिकेट कार्रवाई मानी जा रही है।