हाइड्रा मशीन से खींची बीएसएनएल की 15 लाख की 325 मीटर केबल, पुलिस ने 24 घंटे में गिरोह दबोचा

आगरा। थाना रकाबगंज क्षेत्र में बीएसएनएल की ज़मीन के अंदर बिछी कॉपर केबल चोरी करने वाले बड़े गिरोह का पुलिस ने पर्दाफाश किया है। करीब 15 लाख रुपये की कीमत की केबल चोरी कर बेचने की योजना बनाने वाले इस गिरोह को पुलिस ने 24 घंटे के भीतर दबोच लिया।
रात के अंधेरे में की गई हाईटेक चोरी
बीएसएनएल के एसडीओ की तहरीर पर पुलिस को सूचना मिली थी कि 20/21 सितंबर की रात को चीलघर चौराहा और पीडब्ल्यूडी तिराहे के बीच ज़मीन में दबे करीब 325 मीटर लंबी 1200 पेयर की कॉपर केबल को अज्ञात चोरों ने काटकर गायब कर दिया। यह केबल सरकारी संचार नेटवर्क का महत्वपूर्ण हिस्सा थी।

पुलिस की त्वरित कार्रवाई
सूचना मिलते ही थाना रकाबगंज पुलिस ने कई टीमों का गठन किया और मुखबिर की मदद से 22 सितंबर को केसर होटल के पास ज़ाजमंडी इलाके से आठ आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने मौके से चोरी में इस्तेमाल की गई हाइड्रा मशीन भी बरामद की, जिसका इस्तेमाल केबल खींचने और उठाने के लिए किया गया था

गिरोह का खुलासा और मास्टरमाइंड
पूछताछ में गिरफ्तार आरोपियों ने बताया कि लल्लू नाम का शख्स खुद को बीएसएनएल का ठेकेदार बताकर उन्हें साथ लाया था। उसने उन्हें भरोसा दिलाया कि ये कॉपर केबल बाज़ार में ऊंचे दामों में बिकेगी और सभी को बड़ा मुनाफा होगा। उसी की योजना के तहत केबल को टुकड़ों में काटकर झाड़ियों में छुपाया गया था। लल्लू घटना के बाद फरार हो गया और उसकी तलाश जारी है।
बरामदगी और सबूत
गिरफ्तार आरोपियों से पुलिस ने 27 कॉपर केबल के टुकड़े, छह मोबाइल फोन, 19 ब्लेड, लोहे की आरी, गैंती, लकड़ी का गट्टा और नकद 240 रुपये बरामद किए हैं। चोरी में इस्तेमाल हुई हाइड्रा मशीन को भी सीज किया गया है। बरामद कॉपर केबल की अनुमानित कीमत लगभग 15 लाख रुपये बताई जा रही है।
आरोपियों का नेटवर्क और पृष्ठभूमि
पुलिस ने बताया कि गिरोह के सदस्य अलग-अलग राज्यों और जिलों से आते हैं। इनमें आगरा, दिल्ली, बिहार, राजस्थान और फर्रुखाबाद के रहने वाले लोग शामिल हैं। सभी आरोपी पहले भी छोटे-मोटे आपराधिक मामलों में शामिल रह चुके हैं और तेज कमाई के लिए इस बड़े चोरी को अंजाम देने आए थे।
आगे की कार्रवाई
पुलिस अब फरार मास्टरमाइंड लल्लू की तलाश में दबिश दे रही है। साथ ही यह भी जांच की जा रही है कि चोरी की गई कॉपर केबल को कहां और किसके जरिए बेचा जाना था। बीएसएनएल और पुलिस के संयुक्त प्रयास से नेटवर्क की मरम्मत का काम तेज़ी से किया जा रहा है ताकि लोगों की संचार सेवाएं प्रभावित न हों।
गिरफ्तार आरोपी
1. मौ० फैसल – निवासी हरून चौक, शमशेरपुर (बिहार), वर्तमान में बाऊपुरा शुक्र बाजार, झुग्गी झोपड़ी, कौसंबी (आनंद विहार, दिल्ली)।
2. रघुवेन्द्र कुमार – निवासी नांगल अजब (फिरोजाबाद, उत्तर प्रदेश), वर्तमान में आस्था कॉलोनी, छत्ताकदम, आगरा। (यह आरोपी हाइड्रा मशीन के मालिक शैलेन्द्र का साथी बताया गया है)
3. मौ० वसीम – निवासी ककरुआ (बिहार), वर्तमान में गाजीपुर, दिल्ली।
4. मौ० मसलम (मुस्लिम) – निवासी रद्दय फरसडांगी (बिहार), वर्तमान में बाऊपुरा शुक्र बाजार, कौसंबी (दिल्ली)।
5. मोहम्मद शादाब – निवासी जनकपुर हडवां (बिहार), वर्तमान में बाऊपुरा शुक्र बाजार, कौसंबी (दिल्ली)।
6. आदमर – निवासी मौ0 ककड़ कस्बा (शाहजहांपुर, उत्तर प्रदेश)।
7. सागर – निवासी मौ0 हाजी कॉलोनी, कपड़ा मंडी, दासंधू नगर (जयपुर, राजस्थान)।8
. मौ असलम – निवासी कस्बा सकनू नई बस्ती (अलीगढ़, उत्तर प्रदेश), वर्तमान में रघवीर नगर, दिल्ली।
फरार मास्टरमाइंड
लल्लू (नई दिल्ली का निवासी) – गिरोह का कथित सरगना, जिसने खुद को बीएसएनएल का ठेकेदार बताकर पूरी चोरी की योजना बनाई। पुलिस इसकी तलाश में दबिश दे रही है।