चेक बाउंसिंग केस: बिल्डर प्रखर गर्ग व पत्नी राखी गर्ग जयपुर से गिरफ्तार
हरिपर्वत थाना क्षेत्र से जुड़े चेक बाउंसिंग मामले में चर्चित बिल्डर प्रखर गर्ग और उनकी पत्नी राखी गर्ग को पुलिस ने जयपुर से गिरफ्तार किया है। पुलिस आयुक्त के आदेश पर गठित टीम ने यह कार्रवाई उस समय की जब दोनों अदालत में पेश नहीं हुए, जिस पर न्यायालय ने NBW जारी किए थे।
- व्यापारी अरुण सोंधी को ₹2 करोड़ के चेक दिए गए थे, जो बाउंस हुए।
- बार-बार हाजिर न होने पर कोर्ट ने NBW जारी किया।
- हरिपर्वत पुलिस ने जयपुर से दंपति को दबोचा और आगरा लाई।
- प्रखर गर्ग का नाम धोखाधड़ी के अन्य मामलों में भी सामने आ चुका है; पूर्व में जेल भेजा जा चुका है।
पुलिस के अनुसार बैटरी व्यवसायी अरुण सोंधी को भुगतान के लिए दिए गए चेक बैंक में अपर्याप्त धनराशि के कारण अस्वीकार हो गए। इसके बाद पीड़ित पक्ष ने न्यायालय का रुख किया। समन के बावजूद आरोपी पक्ष की पेशी न होने पर कोर्ट ने NBW जारी किया, जिसके आधार पर पुलिस टीम ने राजस्थान में दबिश देकर दोनों को गिरफ्तार किया।
जयपुर से गिरफ्तारी, अब अदालत में पेशी
पुलिस टीम दंपति को ट्रांजिट प्रक्रिया पूरी करने के बाद आगरा लाई है। दोनों को न्यायालय में पेश कर आगे की कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
प्रखर गर्ग वृंदावन कॉरिडोर परियोजना के लिए ₹500 करोड़ से अधिक देने की पेशकश को लेकर चर्चा में आए थे। हालांकि, समय-समय पर उनके खिलाफ धोखाधड़ी और वित्तीय गड़बड़ियों से जुड़े प्रकरण दर्ज होने की बातें भी सामने आती रही हैं।