आगरा में दरिंदगी! पड़ोसन ने ही रच दिया अपहरण का षड्यंत्र, 15 साल की मासूम को एक महीने तक बनाया हवस का शिकार
आगरा। ताजनगरी आगरा से दिल दहला देने वाली वारदात सामने आई है। यहां शाहगंज थाना क्षेत्र में पड़ोसन ने भरोसे का खून करते हुए 15 साल की किशोरी को सिलाई मशीन दिलाने के बहाने घर से बुलाया और फिर उसका अपहरण कर हवस के दलदल में धकेल दिया। किशोरी को करीब एक महीने तक बंधक बनाकर रोजाना दरिंदगी झेली पड़ी।
पड़ोसन बनी साजिश की मास्टरमाइंड
पीड़िता की मां ने 17 सितंबर को पुलिस में रिपोर्ट दर्ज कराई। उन्होंने बताया कि 13 अगस्त की सुबह करीब 11 बजे उनकी पड़ोसन चंचल पत्नी सौरभ उनकी 15 वर्षीय नाबालिग बेटी को अपने साथ ले गई थी। उसने कहा था कि उसे सिलाई मशीन दिलानी है। इसके बाद पीड़ित किशोरी कभी वापस नहीं लौटी। किशोरी की माँ ने जब चंचल से पूछताछ की तो वह भी रहस्यमयी तरीके से गायब हो गई।
मौसी को फोन ने खोला राज़
गायब बेटी की तलाश में परिवार बेहाल था। तभी 11 सितंबर की रात 10-11 बजे के बीच पीड़ित किशोरी ने अपनी मौसी को फोन किया और रोते हुए बताया कि वह रोहता में मनमोहन के घर पर कैद है। इसके बाद शाहगंज पुलिस हरकत में आई और 14 सितंबर को छापेमारी कर पीड़ित किशोरी को बंधन से आज़ाद कराया।
रोजाना होती थी हैवानियत
मुक्त होने के बाद पीड़ित किशोरी ने जो बताया , उसने हर किसी की रूह कंपा दी। पीड़ित किशोरी ने कहा कि मनमोहन और उसका साथी संदीप पुत्र मुकेश पिछले एक महीने से रोज़ उसके साथ “गलत काम” करते थे। चंचल इस पूरे षड्यंत्र में शामिल थी और उसे हवस के दरिंदों के हवाले कर दिया गया था।
पुलिस ने पीड़िता को रोहता से रेस्क्यू करने के बाद चंचल, मनमोहन और संदीप तीनों के खिलाफ पॉक्सो एक्ट की धारा सहित गंभीर धारायों मे मुकदमा दर्ज किया है।
मां का आक्रोश
पीड़िता की मां ने फफकते हुए कहा – “मेरी बेटी की जिंदगी बर्बाद कर दी गई। आरोपियों को ऐसी सज़ा मिलनी चाहिए कि कोई और बेटी इस दर्द से न गुज़रे।”
पुलिस की सख्त कार्रवाई
शाहगंज पुलिस इंस्पेक्टर का कहना है कि मामले की गहन जांच की जा रही है और आरोपियों को कड़ी सजा दिलाने के लिए हर सबूत अदालत के सामने पेश किए जाएंगे