आगरा पुलिस की बड़ी कार्रवाई: नरका कर गांव में अवैध तमंचा फैक्ट्री का भंडाफोड़, तीन गिरफ्तार

आगरा (डौकी): आगामी पंचायत चुनावों से पहले अवैध हथियारों पर लगाम कसने के लिए चलाए जा रहे अभियान के तहत आगरा पुलिस ने डौकी थाना क्षेत्र के नरकाकर गांव में चल रही तमंचा फैक्ट्री का खुलासा किया। पुलिस ने मौके से तीन शातिर आरोपियों को गिरफ्तार कर 15 अवैध हथियार और भारी मात्रा में उपकरण बरामद किए।
डीसीपी अली अब्बास ने बताया कि पिछले एक महीने से लगातार इनपुट मिल रहा था कि इस इलाके में अवैध हथियारों की सप्लाई हो रही है। कई बार चेकिंग में भी हथियार बरामद हुए थे। इसी आधार पर सीपी और डीजी मुख्यालय की ओर से निर्देश जारी हुए। एसओ रॉकी और उनकी टीम ने कई दिनों की प्लानिंग के बाद यह छापेमारी की।
पकड़े गए आरोपियों की पहचान सियाराम (मुख्य कारीगर), सचिन उर्फ विभीषण और रघुवीर पुत्र नवाब के रूप में हुई है। डीसीपी के मुताबिक, “सियाराम पहले भी अवैध हथियार फैक्ट्री चलाने के आरोप में जेल जा चुका है। यह बेहद कुशल कारीगर है और ऑर्डर मिलने पर जगह बदल-बदलकर हथियार बनाता है।”
पुलिस के अनुसार, इस गैंग द्वारा बनाए गए हथियार न केवल आगरा क्षेत्र में, बल्कि राजाखेड़ा (राजस्थान) और मुरैना (मध्यप्रदेश) तक सप्लाई किए जाते थे। पूछताछ में खुलासा हुआ कि ये आरोपी मोनू चंबल और जीतू चंबल गैंग के लिए भी हथियार बना चुके हैं। हाल ही में इस गैंग से जुड़े लोगों के पास से एक अवैध AK-47 भी बरामद हुई थी।
मौके से 9 तमंचा (.315 बोर), 3 रायफल (.315 बोर), 1 रायफल (12 बोर), 1 रिवॉल्वर (9 एमएम), 1 तमंचा (9 एमएम) सहित हथियार बनाने के उपकरण और नकदी बरामद की गई। गिरफ्तार आरोपियों को जेल भेज दिया गया है और फरार आरोपी मोनू की तलाश जारी है।
डीसीपी अली अब्बास ने टीम की सराहना करते हुए कहा कि इस सराहनीय काम के लिए सीपी साहब की ओर से पुलिस टीम को ₹20,000 कैश अवॉर्ड देने की घोषणा की गई है।