आगरा में बड़ा खुलासा: लालच और झांसा देकर धर्मांतरण कराने वाला गिरोह गिरफ्तार, 8 आरोपी हिरासत में

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आगरा। थाना शाहगंज क्षेत्र में धर्मांतरण कराने वाले एक गिरोह का पुलिस ने पर्दाफाश किया है। शिकायत के बाद करीब एक महीने तक चली गुप्त जांच के आधार पर पुलिस ने सोमवार को छापा मारकर आठ लोगों को गिरफ्तार किया। पकड़े गए आरोपितों में तीन महिलाएं भी शामिल हैं।

पुलिस के अनुसार, केदार नगर निवासी राजकुमार लालवानी पुत्र स्व. गुलाब राय चार वर्ष पूर्व मुंबई से धर्म परिवर्तन कर लौटा था। इसके बाद वह अपने घर पर प्रार्थना सभाओं का आयोजन करने लगा। इन सभाओं में आसपास के हिंदू परिवारों को बुलाकर देवी-देवताओं की पूजा से दूर रहने को कहा जाता था। लोगों की समस्याएं सुनने के बाद गरीबी और बीमारी से मुक्ति का दावा किया जाता और धीरे-धीरे धर्म परिवर्तन के लिए दबाव बनाया जाता था।

जांच में सामने आया कि इस काम में राजकुमार लालवानी का साथ अनूप कुमार (निवासी पंचशील कॉलोनी देररैठा), जयकुमार (निवासी राधे हाइट्स, शास्त्रीपुरम), अरुण कुमार (निवासी बारह खंबा, सराय ख्वाजा), कमल कुण्डलानी (निवासी राहुल ग्रीन, दयालबाग) और तीन महिलाएं दे रही थीं।

मामले में आठों को हिरासत में लेकर पुलिस ने पूछताछ शुरू कर दी है। अधिकारियों का कहना है कि धर्मांतरण गिरोह के नेटवर्क की जांच की जा रही है।

गिरोह का तरीका: इलाज और मदद के नाम पर बदलवाते थे धर्म

पुलिस के अनुसार गिरोह का सरगना राजकुमार लालवानी है। वह अपने साथियों के साथ गरीब और बीमार लोगों को निशाना बनाकर ईसा मसीह के नाम पर प्रार्थना करवाता, बाइबल पढ़ने के लिए कहता और चमत्कार दिखाने का दावा करता था। बदले में उनसे अपने धर्म को छोड़कर ईसाई धर्म अपनाने का दबाव बनाता था।

गिरफ्तार महिला अभियुक्ताओं के जरिये वह झाड़-फूंक और इलाज का बहाना कर लोगों को अपने विश्वास में लेता था। रविवार और अन्य छुट्टियों के दिन उसके घर पर लोगों को बुलाकर मीटिंग करता था और धर्मांतरण के लिए प्रेरित करता था।

सोशल मीडिया और यूट्यूब से फैलाता था प्रचार

पुलिस जांच में सामने आया है कि आरोपी राजकुमार सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म और यूट्यूब चैनल के जरिए अपने विचार फैलाता था। इसके अलावा गुप्त चर्च मीटिंग और व्हाट्सऐप ग्रुप्स के माध्यम से संपर्क साधकर लोगों को धर्म बदलने के लिए राजी करता था।

चर्च ऑफ गॉड आगरा का कनेक्शन

आरोपियों ने “चर्च ऑफ गॉड आगरा” के नाम से एक अकाउंट खोला हुआ था, जिसमें रविवार को होने वाले कार्यक्रमों के वीडियो अपलोड किए जाते थे। पुलिस का कहना है कि इन वीडियो से भी लोगों को प्रभावित किया जाता था।

बरामदगी

पुलिस टीम ने आरोपियों के कब्जे से 15 बाइबिल,03 ईसाई गीतों की किताबें,04 डायरी,08 कॉपी व रजिस्टर,06 मोबाइल फोन,02 कार (होंडा सिटी व हुंडई),13,165 नगद अन्य सामान जब्त किया है।

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