आगरा में नकली व नशीली दवाओं का कारोबार बढ़ा, ईमानदार व्यापारी संकट में

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जिलाधिकारी को सौंपा गया ज्ञापन, कहा– निर्दोषों को न सताया जाए, माफियाओं पर हो कड़ी कार्रवाई

आगरा, 28 अगस्त 2025

नकली और नशीली दवाओं का गढ़ बन चुके आगरा में अब ईमानदार दवा व्यापारी गहरी परेशानी और अविश्वास की स्थिति में हैं। लंबे समय से चल रहे फर्जी कारोबार ने शहर की पहचान को धूमिल कर दिया है और इसका सीधा असर आम व्यापारियों के कारोबार पर पड़ रहा है। कई बाहरी व्यापारी अब आगरा से माल उठाने तक से मना कर चुके हैं, जिससे दवा बाजार नुकसान की कगार पर पहुंच गया है। इसी पीड़ा को लेकर आगरा महानगर केमिस्ट एसोसिएशन पंजी ने गुरुवार को जिलाधिकारी अरविंद मल्लपा बंगारी को ज्ञापन सौंपा।

ईमानदार व्यापारियों की पीड़ा

एसोसिएशन के महामंत्री अश्वनी श्रीवास्तव ने कहा कि नकली दवाओं के माफियाओं के चलते आगरा का दवा व्यापार पूरी तरह बदनाम हो चुका है। चेयरमैन संजय चौरसिया ने उदाहरण देते हुए बताया कि बरेली का एक व्यापारी, जो पिछले 10 साल से आगरा में माल सप्लाई कर रहा था, उसने हालिया घटनाओं के बाद यहां माल भेजना बंद कर दिया है।

ऑनलाइन व्यापार के बाद अब नकली दवाओं की मार

संस्था के उपाध्यक्ष हरविंदर सिंह ने कहा कि दवा व्यापारी पहले से ही ऑनलाइन व्यापार के दबाव से जूझ रहे थे और अब नकली-नशीली दवा माफियाओं ने रही-सही कसर भी पूरी कर दी है। इससे छोटे और मध्यम स्तर के व्यापारी खास तौर पर प्रभावित हो रहे हैं।

अफवाह और अफरातफरी रोकने की मांग

संस्था के सचिव राजीव तनेजा ने कहा कि जब भी इस तरह की बड़ी कार्रवाई होती है तो बाजार में अफरातफरी और अफवाहों का माहौल बन जाता है। उन्होंने मांग की कि औषधि विभाग की छापेमारी या जांच में एसोसिएशन के पदाधिकारियों को शामिल किया जाए।

दवा की कीमतों पर सवाल

मीडिया प्रभारी गिरीश अग्रवाल ने कहा कि कई दुकानदार सालों से नकली और नशीली दवाओं का कारोबार कर रहे हैं। उन्होंने सवाल उठाया कि जब किसी कंपनी का असली डिस्ट्रीब्यूटर 2000 रुपये की दवा सप्लाई करता है, तो वही दवा कुछ दुकानदार 1600 रुपये में कैसे दे रहे हैं?

लाइसेंस और निगरानी पर सुझाव

कोषाध्यक्ष राजकुमार गुप्ता ने कहा कि ड्रग विभाग को दवा का लाइसेंस जारी करने से पहले यह सुनिश्चित करना चाहिए कि वह प्रतिष्ठान किसी एकांत जगह पर क्यों खोला जा रहा है। साथ ही ऐसे स्थानों का समय-समय पर निरीक्षण होना चाहिए।

जिलाधिकारी से एसडीएम स्तर की मॉनिटरिंग की मांग

अध्यक्ष आशीष शर्मा ने कहा कि दोषियों पर कड़ी कार्रवाई हो, लेकिन निर्दोषों का उत्पीड़न न किया जाए। उन्होंने मांग की कि इस तरह की कार्रवाई की एसडीएम स्तर पर मॉनिटरिंग हो और दोषियों पर आईपीसी (बीएनएस), जीएसटी, इनकम टैक्स और ड्रग एक्ट सहित सभी कानूनी धाराओं में कार्रवाई की जाए।

जिलाधिकारी का आश्वासन

जिलाधिकारी अरविंद मल्लपा बंगारी ने एसोसिएशन के सभी पदाधिकारियों की मांगों को ध्यानपूर्वक सुना और ज्ञापन को मार्क कर सुसंगत कार्रवाई का आश्वासन दिया।

ज्ञापन देने वालों में वेद प्रकाश अग्रवाल (संरक्षक), संजय चौरसिया, आशीष शर्मा, अश्वनी श्रीवास्तव, राजकुमार गुप्ता, राजीव तनेजा, पवन शर्मा, हरविंदर सिंह, कन्हैया अग्रवाल, गिरीश अग्रवाल, अमित गुप्ता, मनोज कलवानी, चंद्र प्रकाश पाहुजा और रोहतास सिंह सहित कई पदाधिकारी मौजूद रहे।

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