आक्रोषित वकीलों ने ACP मयंक तिवारी के 24 घंटे में कार्रवाई का आश्वासन मान कर स्थगित किया धरना प्रदर्शन
अधिवक्ता कुलदीप राजपूत के घर पुलिस की कथित अभद्रता के विरोध में वकीलों का धरना तीसरे दिन भी जारी रहा। ACP मयंक तिवारी ने मामले को 24 घंटे में निपटाने का भरोसा दिया.
एसीपी मयंक तिवारी का बयान:
“पीड़ित अधिवक्ता द्वारा बताए गए पूरे घटनाक्रम की जानकारी लेकर मैं पुलिस कमिश्नर से वार्ता करूँगा। हमने आश्वासन दिया है कि 24 घंटे के भीतर मामले का समाधान सुनिश्चित किया जाएगा। मामले की निष्पक्ष जांच कर दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जायेगी ताकि भविष्य में ऐसी घटना दोबारा न हो।”
धरने का नेतृत्व उच्च न्यायालय खंडपीठ स्थापना संघर्ष समिति ने किया। अधिवक्ताओं ने कहा कि जब तक उत्तर प्रदेश में प्रोटेक्शन एक्ट लागू नहीं होता, ऐसे घटनाक्रम सामने आते रहेंगे। संयोजक मनीष सिंह और सचिव मुकेश शर्मा ने कहा कि साथी अधिवक्ता को न्याय दिलाने तक संघर्ष समिति आंदोलन से पीछे नहीं हटेगी।
धरने में उपस्थित कुछ प्रमुख अधिवक्ता:सरेंद्र लखन,अनुप शर्मा,ड. अजीत सिंह,बिजेंद्र राठौर,कर्मवीर सिकरवार,पूर्वन सिंह राजपूत सरोज यादव, आनंद शर्मा, लोकेश शर्मा, देवेंद्र निषाद इत्यादि
पुलिस और वकीलों के बीच वार्ता के बाद नगर प्रशासन व पुलिस कमिश्नर कार्यालय ने मामले की त्वरित जांच और 24 घंटों में रिपोर्ट देने का आश्वासन दिया है। खबर में आगे की अपडेट्स जैसे ही उपलब्ध होंगी, उन्हें साझा किया जाएगा।