स्वतंत्रता दिवस की शाम 7 साल बाद दर्ज हुई FIR, दहेज विवाद में जेवर चोरी और मारपीट CCTV में कैद
आगरा। स्वतंत्रता दिवस की शाम आगरा के एक पीड़ित परिवार के लिए राहत लेकर आई। करीब सात साल तक सीसीटीवी फुटेज और अन्य सबूत हाथ में होने के बावजूद मुकदमा दर्ज नहीं किया गया था। अंततः ताजगंज थाना क्षेत्र में दहेज विवाद के इस मामले में FIR दर्ज हुई। जयपुरिया कॉलोनी, बरौली अहीर निवासी मदन मोहन बरूआ पुत्र विनोद चंद्र की तहरीर पर पुलिस ने सात आरोपियों के खिलाफ गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है।
शादी के बाद शुरू हुआ विवाद
मदन मोहन बरूआ के दोनों पुत्रों की शादी 17 फरवरी 2018 को नीतू और कल्पना निवासी नगला खुरा, थाना करावली से हुई थी। शादी में दान-दहेज नहीं लिया गया था। आरोप है कि शादी के कुछ समय बाद से ही बहुओं का आचरण संदेहास्पद रहने लगा। जब इस बारे में पति अभय बरूआ और नभय बरूआ ने विरोध किया तो लड़कियों के मायके वालों ने मारपीट कर दहेज उत्पीड़न के झूठे केस में फंसाने की धमकी दी।

जेवरात लेकर भागे, CCTV में कैद
दरअसल 14 नवंबर 2023 (दीपावली पर) अशोक कुमार शर्मा अपने बेटे दीपक के साथ बहुओं नीतू और कल्पना को लेने आए और घर से कई तोला सोना व चांदी के गहने लेकर चले गए। इसमें सोने की चेन, झुमके, अंगूठियां, चूड़ियां और पायलें शामिल थीं। यह पूरा घटनाक्रम घर में लगे CCTV कैमरे में कैद हो गया।
घर में घुसकर मारपीट और जान से मारने की धमकी
पीड़ित के अनुसार 6 अप्रैल 2025 को आरोपी दीपक शर्मा, देवेश, अनूप शर्मा और एक अज्ञात व्यक्ति घर में घुसे और अभय व नभय के साथ जमकर मारपीट की। जाते-जाते उन्होंने धमकी दी कि “आज तो बच गए, अगली बार मौका पाकर जान से मार देंगे।”
पुलिस में शिकायत, FIR दर्ज
मदन मोहन बरूआ ने इस पूरे प्रकरण की शिकायत राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग, पुलिस आयुक्त आगरा और अन्य अधिकारियों से भी की थी। आखिरकार 15 अगस्त 2025 की रात आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है।
जांच शुरू
ताजगंज थाना प्रभारी ने बताया कि मामला गंभीर है और जांच शुरू कर दी गई है। पुलिस CCTV फुटेज और अन्य सबूतों को खंगाल रही है।