आगरा में झारखंड की दो नाबालिगें मुक्त, नौकरी का झांसा देकर बनाया था बंधक : भाई बोला – आगरा पुलिस very very nice

आगरा: नौकरी का सपना दिखाकर झारखंड से आगरा लाई गईं दो नाबालिग लड़कियों को बंधक बनाए जाने का सनसनीखेज मामला सामने आया है। न्यू आगरा थाना पुलिस ने झारखंड पुलिस के साथ समन्वय स्थापित कर त्वरित कार्रवाई करते हुए दोनों लड़कियों को दयालबाग क्षेत्र से सकुशल मुक्त करा लिया है। पुलिस को अंदेशा है कि लड़कियों को देह व्यापार में धकेलने की तैयारी थी।
ऐसे हुआ मामले का खुलासा
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, झारखंड निवासी एक महिला इन दोनों नाबालिगों को बेहतर जिंदगी और अच्छी नौकरी दिलाने का झांसा देकर अपने साथ आगरा ले आई थी। यहां पहुंचने पर लड़कियों को एक घर में बंधक बना लिया गया, जहां उन्हें किसी से भी मिलने-जुलने या बात करने की इजाजत नहीं थी। इसी दौरान एक नाबालिग क़ो देह व्यापार ने धकेलने की कोशिश की जा रही थी। वही उसी नाबालिग लड़की ने हिम्मत दिखाते हुए किसी तरह एक मोबाइल फोन से अपनी माँ को अपनी आपबीती सुनाई, जिसके बाद इस पूरे मामले का खुलासा हुआ।
लड़की की माँ ने तुरंत स्थानीय रायडी थाने (झारखंड) में संपर्क साधा। मामले की गंभीरता को देखते हुए रायडी थाना पुलिस ने फौरन आगरा की न्यू आगरा थाना पुलिस से संपर्क किया और पूरी जानकारी दी।
पुलिस की त्वरित कार्रवाई
सूचना मिलते ही न्यू आगरा थानाध्यक्ष राजीव त्यागी के नेतृत्व में एक विशेष टीम का गठन किया गया। टीम ने बिना कोई समय गंवाए बताए गए पते पर छापेमारी की और दोनों नाबालिग लड़कियों को सुरक्षित बरामद कर लिया।
पीड़िता के भाई ने आगरा पुलिस को कहा “वेरी-वेरी नाइस”
मुक्त कराई गई एक पीड़िता का भाई, जो गोवा में काम करता है, सूचना मिलते ही आगरा पहुंचा। अपनी बहन को सुरक्षित पाकर उसने आगरा पुलिस का हृदय से आभार व्यक्त किया। उसने कहा,
“मेरी बहन को अच्छे काम का झांसा देकर लाया गया था, लेकिन उसे यहां बंधक बना लिया गया। आगरा पुलिस ने हमारी बहुत मदद की। यहां के अधिकारी बहुत अच्छे हैं — आगरा पुलिस वेरी-वेरी नाइस।”