स्कॉर्पियो में बैठा बी-फार्मा पास बेरोजगार, हाथ में मोबाइल और जेब में नकली पेमेंट का प्लान…
रात का सन्नाटा, सुनसान सड़क और चमचमाती काली स्कॉर्पियो। डीजल की तेज़ गंध के बीच पेट्रोल पंप पर गाड़ी रुकती है,ड्रम एक-एक कर भरे जाते हैं। पंपकर्मी को लगता है कि पेमेंट अभी होगा, लेकिन तभी युवक मुस्कुराते हुए फोन-पे का स्क्रीन दिखाता है,जिसमें नकली रसीद चमक रही होती है। पलक झपकते ही स्कॉर्पियो रफ्तार पकड़ लेती है और हजारों रुपये का डीजल बिना एक पैसा दिए सड़क पर धुएं की तरह गायब हो जाता है। यह कोई फिल्मी सीन नहीं, बल्कि यूपी के आगरा जिले के फतेहाबाद में बी-फार्मा पास बेरोजगार युवक की असल
कहानी है, जिसने गर्लफ्रेंड और अपने महंगे शौक पूरे करने के लिए ठगी को अपना पेशा बना लिया।
बेरोजगारी ने धकेला ठगी की दुनिया में
फतेहाबाद का रहने वाला सुमित कुशवाहा बी-फार्मा की डिग्री हासिल करने के बावजूद नौकरी नहीं पा सका। लगातार असफलता और खर्चों का दबाव उसे अपराध की दुनिया में ले गया। गर्लफ्रेंड की डिमांड और अपने शौक पूरे करने के लिए उसने पेट्रोल पंपों को निशाना बनाने की योजना बनाई।
फर्जी फोन-पे रसीद से करता था खेल
सुमित रोजाना पांच हजार रुपये किराए पर स्कॉर्पियो गाड़ी लेता, उसमें बड़े-बड़े ड्रम रखवाता और पेट्रोल पंपों से हजारों रुपये का डीजल भरवाता।पेमेंट के नाम पर वह नकली फोन-पे की रसीद दिखाकर फरार हो जाता। कई दिनों तक उसने अलग-अलग पंपों को इसी तरह चूना लगाया।
सीसीटीवी फुटेज से हुआ खुलासा
20 अगस्त को गंगा पेट्रोल पंप और सूर्य प्रकाश फिलिंग स्टेशन पर हुई ठगी के बाद पुलिस ने जांच शुरू की। पंप कर्मचारियों ने जब खातों का मिलान किया
तो हजारों रुपये की कमी सामने आई। सीसीटीवी फुटेज खंगालने पर काले रंग की स्कॉर्पियो का सुराग मिला। शुक्रवार को शमसाबाद रोड रेलवे लाइन के पास पुलिस ने घेराबंदी कर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया।
75 हजार रुपये और डीजल बरामद
गिरफ्तारी के दौरान पुलिस ने सुमित के पास से 75 हजार रुपये नकद, मोबाइल, तीन खाली ड्रम और 45 लीटर डीजल बरामद किया। स्कॉर्पियो की पिछली नंबर प्लेट भी गायब पाई गई। पूछताछ में सुमित ने खुलासा किया कि नौकरी न मिलने और गर्लफ्रेंड के खर्चों के कारण वह इस तरह की ठगी कर रहा था।