परीक्षा में घुसा ‘मुन्नाभाई’, स्टेटिक मजिस्ट्रेट की नज़र से बच न सका
परीक्षा कक्ष में संदिग्ध गतिविधि पर शख्स को पकड़ा गया — दस्तावेज़ और पहचान में गड़बड़ी मिली
आगरा।परीक्षा कक्ष में सब कुछ सामान्य चल रहा था, तभी एक अभ्यर्थी की गतिविधियों पर स्टेटिक मजिस्ट्रेट की नज़र टिक गई। कागज़ात और पहचान पत्र मिलान करते ही राज़ खुल गया — यह असली परीक्षार्थी नहीं, बल्कि ‘मुन्नाभाई’ था जो किसी और की जगह परीक्षा देने आया था।
आरोपी की पहचान योगेश मौर्य पुत्र यशेराम, निवासी विवेक विहार कॉलोनी, कानुपुआ, जिला बाँदा (उत्तर प्रदेश) के रूप में हुई। उसे परीक्षा केंद्र के भीतर से ही संदिग्ध हरकतों के आधार पर दबोच लिया गया।
केंद्र पर मौजूद पर्यवेक्षकों ने बताया कि आरोपी की हरकतें सामान्य नहीं लग रहीं थीं — बार-बार उठना, आस-पास गुम्मनामी, और दस्तावेज़ दिखाने में अनिश्चितता ने संदेह बढ़ाया। स्टेटिक मजिस्ट्रेट ने कागज़ात और पहचान पत्र मिलान किए, तब असमंजस साफ हुआ।
मौके पर मौजूद अधिकारियों ने बताया कि संदिग्ध दस्तावेज़ों की पड़ताल में कई अनमेलताएँ मिलीं। तत्परता से कार्रवाई करते हुए मजिस्ट्रेट ने स्थानीय पुलिस को सूचित कर दिया। पुलिस पहुँचते ही आरोपी को हिरासत में ले लिया गया और उससे संबंधित सभी कागज़ात, उत्तर पुस्तिका व अन्य संभावित साक्ष्य कब्जे में ले लिए गए।
पुलिस ने बताया कि प्रारंभिक पूछताछ जारी है और यह खामी भी जाँची जा रही है कि क्या इस घटना के पीछे कोई नेटवर्क, एजेंसी या गिरोह सक्रिय था।
स्थानीय शिक्षा अधिकारियों ने कहा है कि परीक्षा की शुद्धता सुनिश्चित करने के लिए नियमों का सख्ती से पालन किया जाएगा और ऐसे किसी भी दोषी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। उम्मीदवारों और अभिभावकों से भी अपील की गई है कि वे किसी भी संदिग्ध गतिविधि की जानकारी तुरंत परीक्षा अधिकारियों को दें।
पुलिस मामले की गहनता से जांच कर रही है। आरोपी के मोबाइल और साथ लाए दस्तावेज़ों की जांच की जा रही है ताकि यह पता लगाया जा सके कि उसने किसके निर्देश पर यह कृत्य किया। आगे की पूछताछ के बाद ही अंतिम कार्रवाई होगी।