सिस्टम की सच्चाई! सरकारी अस्पताल में ठेकेदार से रंगदारी, धमकी और दबाव
आगरा। आगरा कैंट रेलवे अस्पताल में एम्बुलेंस सेवा देने आई एक निजी कंपनी से रेलवे के कुछ कर्मचारियों द्वारा जबरन नकद वसूली, धमकी और फर्जी दस्तावेजों के ज़रिये गाड़ी हड़पने का मामला सामने आया है। पीड़ित संजय सिंह की शिकायत पर सदर बाजार थाना पुलिस ने तीन आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
राजस्थान के कोटा निवासी संजय सिंह एक निजी कंपनी (Lasa Infra Projects Pvt. Ltd.) के अधिकृत प्रतिनिधि हैं। कंपनी को रेलवे अस्पताल में दो साल के लिए एम्बुलेंस सेवा का ठेका मिला था। इसके तहत कंपनी की ईको एम्बुलेंस अस्पताल में तैनात की गई थी।
संजय सिंह ने आरोप लगाया कि रेलवे अस्पताल में तैनात चीफ नर्सिंग सुपरिटेंडेंट संजय बब्बरिया ने अपने पद का गलत इस्तेमाल करते हुए उनसे ₹65,000 की नकद वसूली की। जब पीड़ित ने रसीद मांगी तो टालमटोल शुरू हो गया। साथ ही कहा गया कि पैसा अरमान और हसन नामक अन्य कर्मचारियों को दो तभी बिल पास होगा।
इतना ही नहीं, संजय बब्बरिया पर आरोप है कि उन्होंने ई-बैंक गारंटी की रकम नकद में लेकर हड़प ली। जब विरोध किया गया तो कंपनी की गाड़ी जबरन कब्जे में ले ली गई और उसके GPS सिस्टम तक को तोड़ दिया गया। गाड़ी को कथित रूप से गैरकानूनी कार्यों में इस्तेमाल किया जा रहा है।
पीड़ित ने बताया कि संजय बब्बरिया और उनके सहयोगियों ने कई बार धमकियां दीं कि “यहां हमारा राज चलता है, सरकार भी कुछ नहीं कर सकती।” एक कॉल में तो साफ कहा गया – “अगर कोई गाड़ी लेने आया तो जान से जाएगा, चाहे DSP ही क्यों न हो।”
आरोपियों पर बीएनएस की कई धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है जिनमें धोखाधड़ी, सरकारी पद का दुरुपयोग, मारपीट, गाली-गलौज, जान से मारने की धमकी, और फर्जी दस्तावेज़ बनाकर संपत्ति हड़पने जैसी गंभीर धाराएं शामिल हैं।