स्पर्श मल्होत्रा और ब्लॉसम हॉस्पिटल दे रहा निःसंतान दंपतियों को मातृत्व का सुख

आईवीएफ की आधुनिक तकनीक से सफल उपचार, विशेषज्ञों की देखरेख में मिल रहा बेहतर परिणाम

रिपोर्ट: कपिल गौतम, आगरा
आगरा। मातृत्व की आस लगाए बैठे दंपतियों के लिए एक राहत भरी खबर है। स्पर्श मल्होत्रा और ब्लॉसम हॉस्पिटल, आगरा ने आईवीएफ (इन विट्रो फर्टिलाइजेशन) की अत्याधुनिक तकनीकों के माध्यम से हजारों परिवारों को संतान सुख की राह दिखाई है। अब गर्भधारण की कठिनाइयों से जूझ रहे दंपतियों को एक नई उम्मीद मिल रही है।
ब्लॉसम हॉस्पिटल की डायरेक्टर और वरिष्ठ स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. सुनीता मल्होत्रा के अनुसार, आज के समय में तनाव, जीवनशैली और बदलते खानपान के कारण कई दंपतियों को प्राकृतिक रूप से संतान प्राप्ति में दिक्कत होती है। लेकिन आईवीएफ जैसी तकनीकें उनके लिए वरदान साबित हो रही हैं।
उन्होंने बताया कि हॉस्पिटल में आईवीएफ प्रक्रिया को पूरी तरह से सुरक्षित, वैज्ञानिक और नैतिक तरीके से अंजाम दिया जाता है। अत्याधुनिक प्रयोगशालाओं और अनुभवी विशेषज्ञों की टीम दंपतियों को न केवल चिकित्सा सहायता देती है बल्कि मानसिक और भावनात्मक सहयोग भी प्रदान करती है।
डायरेक्टर डॉ. सचिन मल्होत्रा ने जानकारी दी कि हॉस्पिटल की सेवाएं पूरी पारदर्शिता और सहानुभूति के साथ संचालित की जा रही हैं। हर मरीज की व्यक्तिगत स्थिति को ध्यान में रखते हुए उपचार की योजना बनाई जाती है। परामर्श से लेकर संपूर्ण प्रक्रिया तक विशेषज्ञों की निगरानी में विशेष देखभाल सुनिश्चित की जाती है।
डॉ. सुनीता मल्होत्रा ने बताया कि समाज में अब भी आईवीएफ को लेकर कई भ्रांतियाँ हैं, लेकिन यह तकनीक पूर्णतः सुरक्षित और वैज्ञानिक है, जिसने हजारों दंपतियों के जीवन में खुशियाँ लौटाई हैं। उन्होंने लोगों से अपील की कि वे भ्रमों में न पड़ें और सही जानकारी के साथ इस चिकित्सा का लाभ उठाएं।
ब्लॉसम हॉस्पिटल अपने सामाजिक दायित्वों का निर्वहन करते हुए समय-समय पर जागरूकता अभियान भी चलाता है, जिससे अधिक से अधिक लोग आईवीएफ और इससे जुड़ी आधुनिक तकनीकों के बारे में सही जानकारी प्राप्त कर सकें।